CG PSC Scam: पीएससी की पूर्व परीक्षा नियंत्रक आरती वासनिक को सीबीआई ने किया गिरफ्तार...
CG PSC Scam: सीबीआई ने छत्तीसगढ़ पीएससी की परीक्षा नियंत्रक रही आरती वासनिक को आज गिरफ्तार कर लिया। दो दिन पहले उनके राननांदगांव आवास पर सीबीआई ने छापा मारा था। इसके बाद से उनकी गिरफ्तारी की अटकलें तेज हो गई थीं।
CG PSC Scam: रायपुर। केंद्रीय जांच ब्यूरो ने छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित पीएससी घोटाले में बड़ी कार्रवाई करते हुए अब से कुछ देर पहले पीएससी की परीक्षा कंट्रोलर रही राज्य प्रशासनिक सेवा की अफसर आरती वासनिक को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तारी के बाद सीबीआई पूछताछ के लिए अपने साथ ले गई।
बता दें, पीएससी घोटाले के समय आरती वासनिक परीक्षा नियंत्रक रही। पीएससी घोटाले के एफआईआर में आरती वासनिक का नाम है। दो दिन पहले सीबीआई टीम ने आरती वासनिक के राजनांदगांव स्थित घर पर छापा मारा था।
जाहिर है, इससे पहले सीबीआई ने पीएससी से पूर्व चेयरमैन टामन सिंह सोनवानी को गिरफ्तार किया था। पीएससी घोटाले में सीबीआई की ये दूसरी बड़ी गिरफ्तारी है।
आरती वासनिक छत्तीसगढ़ प्रशासनिक सेवा की 2008 बैच की अफसर है। उनकी गिरफ्तारी से हड़कंप मच गया है। पीएससी 2021 की परीक्षा में व्यापक धांधली हुई थी। पीएससी के चेयरमैन के नाते-रिश्तेदारों के अलावे बड़ी संख्या में पैसे लेकर भार्तियां की गई, ऐसा आरोप है।
छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2023 में यह बड़ा मुद्दा बना था। बीजेपी ने घोषणा की थी वे सरकार में आई तो पीएससी घोटाले के आरोपियों के खिलाफ कड़ कार्रवाई की जाएगी। इसीलिए सरकार बनते ही मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने पीएससी घोटाले की सीबीआई जांच का ऐलान किया था। इससे पहले बिलासपुर हाई कोर्ट ने भी अफसरों की ज्वाईनिंग पर रोक लगा दी थी।
इस मामले में पीएससी के अध्यक्ष टॉमन सिंह सोनवानी को सीबीआई पूर्व में ही गिरफ्तार कर चुकी है। आरती वासनिक से भी सीबीआई ने पूछताछ की थी। सीबीआई ने उनके खिलाफ एफआईआर करने की रिपोर्ट भी भेजी थी जिसके बाद उनका आईएएस अवार्ड रुक गया था। माना जा रहा है कि उनके खिलाफ महत्वपूर्ण सबूत छापे के दौरान मिले थे जिसके बाद उनकी गिरफ्तारी की गई।
बता दे कि पीएससी में बड़े अफसर और कांग्रेस नेताओं के बच्चों के चयन में धांधली के आरोप लगे थे। 18 लोगों के चयन गलत तरीके से करने के आरोप में हाईकोर्ट में भी सीबीआई जांच के लिए याचिका लगाई गई थी। बिलासपुर में हुई प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सभा में विधानसभा चुनाव के दौरान उन्होंने पीएससी के दोषियों को नहीं बख्शने का भाषण दिया था। राज्य में भाजपा सरकार आते ही पीएससी घोटाले की जाए सीबीआई को सौंप दी गई।